एक ही कॉलोनी के 500 से ज्यादा लोग क्वारेंटाइन, यहां रेलवे गार्ड पॉजिटिव मिला था

भोपाल. शहर में कोरोना का तीसरा पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद जिला प्रशासन ने चांदबड़ सेमरा का दुर्गा नगर को निषेध घोषित कर दिया है। यहां रेलवे गार्ड आरएस धाकड़ कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने बताया कि दुर्गा नगर में रहने वाले करीब 500 से ज्यादा लोगों को होम क्वारेंटाइन कर दिया गया है।


इसके पहले प्रोफेसर कॉलोनी में पिता और पुत्री के पॉजिटिव आने पर यह इलाका भी निषेध घोषित किया जा चुका है। इन मरीजों के घर से एक किमी का दायरा कंटेनमेंट एरिया हाेगा, जबकि दाे किमी का दायरा बफर जोन घोषित रहेगा। इसमें किसी भी व्यक्ति को बाहर आने-जाने नहीं दिया जाएगा। संक्रमित व्यक्ति के घर को एपी सेन्टर घोषित कर आसपास के 50 घरों में स्क्रीनिंग की जाएगी। इस एरिया के रहवासियों को 14 दिन तक होम क्वारेंटाइन में रहना होगा। 


कंटेनमेंट एरिया....तीन किमी दायरा किया जाएगा सैनिटाइज


- एक किमी दायरे में किसी बाहरी व्यक्ति के आने-जाने की अनुमति नहीं होगी। जरूरी कार्य के लिए घर के किसी एक सदस्य को बाहर जाने की अनुमति होगी। 
- कंटेनमेंट एरिया के लिए सीएमएचओ द्वारा विशेष रैपिड रिस्पांस टीम-मेडिकल मोबाइल यूनिट का गठन किया जाएगा। यूनिट हर रोज क्षेत्र में जाएगी और क्षेत्र के लोगों की लगातार स्क्रीनिंग की जाएगी।
- संक्रमित क्षेत्र से लगे घरों का सर्वे होगा। 
- सस्पेक्टेड केस की मॉनिटरिंग रोजाना की जाएगी। इसका रिकाॅर्ड भी रखना होगा। 
- सस्पेक्टेड केस के तीन किमी के दायरे में सैनिटाइजेंशन किया जाएगा।
- क्षेत्र से बाहर आने वाले व्यक्ति को स्कैनिंग कराना अनिवार्य होगा। 


गार्ड के संपर्क में आने वाले 3 डॉक्टर भी निगरानी में


रेलवे के गार्ड आरएस धाकड़ जब रेलवे हॉस्पिटल गए थे, उस वक्त सीधे उन्हें एम्स रैफर कर दिया गया था। उन्हें वहां जाने के लिए न एंबुलेंस मुहैया कराई गई और न फेस मास्क व सेनिटाइजर दिए गए। सूत्रों के अनुसार रेलवे हॉस्पिटल में कोरोना और अन्य बीमारियों के मरीजों को देखने के लिए डॉक्टरों की अलग-अलग टीम तक नहीं बनाई गई थीं। साथ ही वे किट भी स्टाफ को नहीं बांटी गई जो कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए रेलवे ने हॉस्पिटल प्रबंधन को दी थी। इस बारे में जब बात करने की कोशिश की गई तो रेलवे हॉस्पिटल की सीएमएस डॉ. आशा चिमनिया और गार्ड को 
रैफर करने वाले डॉ. प्रवीण सहारिया ने इस लापरवाही के बार में कोई भी बात करने से साफ इंकार कर दिया। 


संदिग्ध.. एक लैब टेक्निशियन और डॉक्टर के बेटे को भी होम क्वारेंटाइन किया


15 मार्च से ड्यूटी पर थे  - धाकड़ की 15 मार्च से भोपाल से झांसी के बीच ड्यूटी थी। इस दौरान वे 21 मार्च को कुशीनगर एक्सप्रेस से झांसी गए,  22 को झांसी से सचखंड एक्सप्रेस से वापस भोपाल आए। 23 मार्च को घर रवाना हुए।


ये डॉक्टर संपर्क में आए


रेलवे हॉस्पिटल में परीक्षण के दौरान धाकड़ के संपर्क में आए डॉ. प्रवीण सहारिया, डॉ. भविष्य राठौर व डॉ. पंकज माहेश्वरी के साथ लैब टेक्नीशियन एमएस फारूकी को होम क्वारेंटाइन दिया है। वहीं, डॉ. सहारिया के पुत्र अभिषेक सहारिया को कोच फैक्ट्री कॉलोनी में क्वारेंटाइन किया है। यात्री संपर्क नहीं रेलवे गार्ड की ड्यूटी लगातार लगती है। इस दौरान वह यात्रियों के सीधे संपर्क में तो नहीं आता, लेकिन गार्ड लॉबी में जाकर ड्यूटी लेता है और रनिंग रूम में खाना भी खाता है।